8TH SEMESTER ! भाग- 77( Night Class With Deepika Mam-4)
"वो सब तो ठीक है,लेकिन मैं सच मे थोड़ा नर्वस हूँ...बोले तो अपुन की फट रेली है.. कि कही आप प्रेग्नेंट -वेग्नेंट ना हो जाओ और फिर अपना पेट फुला कर ममुझसे शादी करने कि जिद करने लगो...खैर कोई बात नही..."
"Lol.. ऐसा कुछ भी नहीं करने वाली मै......चलो बेड पर चलते है..."बोलते हुए दीपिका मैम बेडरूम की तरफ बढ़ी और उनके पीछे -पीछे मैं भी बेडरूम की तरफ बढ़ा....
बेडरूम के अंदर जाने के बाद दीपिका मैम ने खुद ब खुद अपनी पैंटी नीचे खिसका दी और उसे मेरी तरफ फेकि.. जिसे मैने कैच कर लिया ..दीपिका मैम को ऐसे मेरी तरफ मुस्कुराता देख मेरे अंदर सनसनी सी फैल गयी...मैं क्या करूँ ,उस थोड़े से सनसनी वक़्त मे मुझे कुछ नही सूझा...मैं कभी दीपिका मैम की कमर के ऊपर के अंगों को निहारता तो कभी उनके कमर के नीचे बने नरक के द्वार को.....वो कुछ देर वही बिस्तर के पास crossed leg खड़ी रहकर मुझे ललचाती रही और फिर इशारे से मुझे अपने करीब आने को कहकर बिस्तर पर लेट गयी....
"कम ऑन, अरमान..."
"ओके..."लंबी-लंबी साँसे भरते हुए मैं बोला....और सिर्फ़ बोला ही... कुछ किया नही...
"वहाँ खड़े ही रहोगे या अपना खड़ा भी करोगे..."
.
मैं इस वक़्त दीपिका मैम के बिस्तर के सामने खड़ा होकर यही सोच रहा था कि जंग के मैदान मे कूद जाऊ या फिर वापस लौट जाऊ....मैं उस वक़्त ऐसा इसलिए सोच रहा था क्यूंकी मुझे डर था कि कही दीपिका मैम को एड्स की बीमारी ना हो....इस वक़्त मेरे कुछ अरमान ,जो मैने कॉलेज के शुरुआती दिनो से देखे थे वो अब पूरे होने वाले थे....लेकिन ऐन मौके पर मेरे खुराफाती दिमाग़ मे ना जाने एड्स की बीमारी कहाँ आ गयी थी,जिसकी वजह से मैं वही बिस्तर के पास खड़ा था...
.
"मेरे पास तो कॉंडम भी नही है..."मैं खुद से बड़बड़ाया"रास्ते मे खरीद लेना चाहिए था..."
"अरमान "अपने सीने को सहलाते हुए वो बोली
"हां.. आ रहा हूँ..."
.
मैं कुछ देर तक और ऐसे ही वहाँ खड़ा रहा आंड फाइनली मैने खुद को मज़बूत करके दीपिका मैम से पुछा...
"आपको एड्स तो नही है ना "
मेरे इस सवाल से वो थोड़ा चौक गयी और अपने सीने को सहलाना बंद करके मेरी तरफ देखकर बोली
"दिमाग़ तो सही ठिकाने पर है..."
"दिल पर मत लो............. मुँह मे लो...."
"May i know, why the hell did you ask that...?."फिर से अपने सीने को आहिस्ते -आहिस्ते सहलाते हुए वो थोड़ा गुर्रा कर पबोली
"अब आप सबका लेते ही रहती हो.. तो क्या भरोषा... वैसे आपकी प्यास नहीं बुझती क्या..?? ."
"मैं सच ही कहूँगी इसकी क्या गॅरेंटी है...मैं तो झूठ भी बोल सकती हूँ..."
"मैने ये सवाल तो किया ही नहीं कि आप सच कहोगी या झूठ... वो काम आप मुझपर छोड़ दो, वो मै अच्छी तरह जान जाऊंगा की आप सच कह रही या फिर झूठ.. तू बस ये बता.. तुझे एड्स है या नहीं... कितनी सेक्सी लग रही है यार तू ...."
"मुझे एड्स है...."मेरी तरफ देख कर दीपिका मैम ने जवाब दिया
"मुझे कोई फरक नही पड़ता..."बोलते हुए मैं झटके से बिस्तर पर चढ़ा
दीपिका मैम अपने दोनो पैरो को जोड़े बिस्तर पर लेटी थी,मैने उनके पैरो को फैलाया और तब मुझे वो चीज दिखी जिसके चक्कर मे ना जाने कितने लोग आज तक बर्बाद हो चुके है और आगे होने भी वाले है.. जिनमे से एक मै भी हूँ. पर समय के साथ -साथ बर्बादी तो तय है.. जो मैने खुद चुनी.
वैसे तो ये मेरा फर्स्ट टाइम था ,लेकिन अब मुझे किसी गाइड्लाइन की ज़रूरत नही थी...मैने दीपिका मैम की दोनो जाँघो को कसकर पकड़ कर उपर उठाया और दीपिका मैम को अपने करीब खींचा....
"आर यू रेडी...."दीपिका मैम की कमर को कसकर पकड़ते हुए मैं बोला और नीचे झुक कर उनके होंठो पर एक जोरदार किस भी किया....
"याअहह..यस... अरमाननननन ."उसने अपनी सहमति दी...
और दीपिका मैम की तरफ से ग्रीन सिग्नल मिलते ही मैने अपना काम शुरू किया.. लेकिन पहली बार मै असफल रहा.. पता नहीं क्यों... खैर, मैने तुरंत दोबारा ट्रॉय किया... लेकिन नतीजा अब भी वही था ..
"इडियट ..थोड़ा ,नीचे से ..."इतने मे दीपिका मैम बोल उठी
"ओह ! सॉरी "
जैसा दीपिका मैम ने महा था, मैने नीचे दबाव दिया और.....
"अरे ग़ज़ब "
मुझे परम सुख की अनुभूति होने लगी....मैं अपनी आँखे बंद किए हुए कुछ देर तक उस पल को अपने लेफ्ट साइड से अटॅच करना चाहता था....लेकिन प्यासी दीपिका मैम को ये शायद नापसंद था...उसने उसी वक़्त ,जब मैने अपनी आँखे बंद कर ली थी ,तो उसी वक़्त उसने मुझे टोक दिया...और उसके बाद मैं दीपिका मैम से लिपट कर लगातार उनको पेलता रहा....इस वक़्त दीपिका मैम मुझे बहुत अच्छी लग रही थी...उनकी हर एक सिसकारी मुझे और भी ज़्यादा रोमांचित कर देती....मैं कभी उनके शरीर के अंगों को दबाता तो कभी उनके होंठो पर अपनी उंगलिया फिराता तो कभी उनके गुलाबी होंठो को अपने होंठो से जकड लेता....मेरे हर movement के साथ हम दोनो का बिस्तर पर लहराता जिस्म हम दोनो को एक-दूसरे मे समा जाने का मौका दे रहा था...और जब हम दोनो की आँखे एक-दूसरे से मिलती तो उस पल जैसे किसी ने हाइ वोल्टेज करेंट की वाइयर मुझसे टच करा दी हो,उस समय मेरा जोश दुगना हो जाता.... और मेरी स्पीड भी
"य्ाआहह....स्टॉप नाउ..."
"क्या हुआ.."हान्फते हुए मैं बोला....
"I want to Suck..."
"नोप...फिर मैं किस कैसे करूँगा... "
"तो कर लेना,उसमे क्या है..."
"मुझे बेकार लगता है..."
"That's your problem, not mine ...Arman.."
"एक शर्त पर..."
"नही..बिल्कुल नही..."
"अब दर्द का बहाना मत बना लेना...क्यूंकी इतने लोगो के साथ सोई हो तो दो चार ने तो वहा से भी आपकी ली ही होगी ..."
" तुम सही हो,लेकिन मुझे वो पसंद नही.."
"That's your problem, not mine... Mam"उसके सीने को जोर से खींचते हुए मैने कहा...
दीपिका मैम कुछ देर तक कुछ सोचती रही और फिर उन्होने मेरी शर्त मान ली....तो शर्त के मुताबिक ये तय हुआ था कि वो मेरा मुँह मे लेगी और मैं उनकी सभी अंगों को करूँगा.. फिर चाहे वो आगे के हो या पीछे के .आइ डॉन'ट थिंक कि इसमे मेरा कोई नुकसान हुआ है....मैं दीपिका मैम के उपर से उठकर उनके बगल मे लेट गया और वो नीचे जाकर अपना काम करने लगी
"जल्दी मैम..."
"रूको कुछ देर,पहले इसे तैयार तो कर लूँ....हां अब तैयार है..."
उसके बाद उसने अपनी होंठ पर जीभ फिराई और फिर मेरे उसपे.... ऐसा करके जब दीपिका मैम का मन भर गया तो वो बिस्तर पर लेट गयी और मैं एक बार फिर उनके उपर चढ़ गया....
"घूम जाओ..."
"पहले थोड़ी देर आगे की सेकाई कर दो, फिर ........बैकसाइड मे "
"ओके...."
और मैं फिर से उस काम मे लग गया,जो मैं कुछ देर पहले कर रहा था....अब मेरे हर एक movement से मेरे अंदर एक गुदगुदी सी पैदा हो रही थी,जिसके कारण मैने खुद-ब-खुद अपनी स्पीड तेज करने लगा ....इस दौरान मै जान गया कि मेरा काम बस अब तमाम होने वाला है... लेकिन मुझे तो दीपिका मैम के दूसरे अंग को भी मसलना है..? फिर कैसे होगा... लेकिन मेरा खुद पर कण्ट्रोल नहीं रहा... Infact.. मैने अपनी स्पीड और तेज कर दी, जिसके थोड़े देर बाद.......................... काम तमाम.
Read My Other Webseries ~ समुन्दर का शिकारी -1: सम्राट मार्टिन कि सल्तनत (FANTASY😎)
Khushi jha
29-Oct-2021 06:56 AM
वाह
Reply
Deepak Dangaich
21-Oct-2021 09:42 AM
Nice
Reply